पापा हमारे आदर्श पापा बनने एहसास पापा स्वयं में हमारे लिए भगवान् है क्युकी जिस तरह माँ को हम भगवान का रूप मानते है उसी तरह पापा हमारे लिए भगवान है ! जब एक व्यक्ति को पता लगता वह पिता बनने वाला है उसकी पत्नी की गर्भ में उसका बच्चा पल रहा है, उसी समय से उस व्यक्ति को अपने पिता होने की जिम्मेदारियों का एहसास हो जाता है ! फिर वह अपनी जिंदगी जीने के बजाए उस होने वाले बच्चे के लिए जीने लगता है ! उस व्यक्ति के दिमाग ने अब उस होने वाले बच्चे के लिए एक अलग सा मोह दिया है ! वह अब अपनी जिंदगी की मौज मस्ती को छोड़ कर अपने उस होने वाले बच्चे के future के बारे में सोच ने लगा है ! उसे बहुत ख़ुशी है की वह पिता बनने वाला है और वह सोच रहा है की वह अपने बच्चे के सपने कैसे पुरे करेगा उसको किस स्कूल में पढ़ायेगा उसकी जिंदगी के लिए कौन सी पॉलिसी ठीक रहेगी उसे वह बड़ा होकर क्या बनाएगा जो वह अपनी जिंदगी में खुद हाशिल नहीं कर सका वह सारी खुशियाँ अपने बच्चे को देगा और भी बहुत कुछ उसके दिमाग में चलता है जबकि वह अभी तक पिता नहीं बना ! लेकिन जब उसका बच्चा इस दुनिया में आता है तो वह बहुत खुश होता है ले
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