पापा हमारे आदर्श, गुरु , भगवान्

पापा हमारे आदर्श 

पापा बनने  एहसास 

पापा स्वयं में हमारे लिए भगवान्  है क्युकी जिस तरह माँ को हम  भगवान का रूप मानते है उसी तरह पापा हमारे लिए भगवान है ! जब एक व्यक्ति को पता लगता  वह पिता बनने वाला है उसकी पत्नी की गर्भ में उसका बच्चा पल रहा है, उसी समय  से उस व्यक्ति को अपने पिता होने की जिम्मेदारियों का एहसास हो जाता है ! फिर वह अपनी जिंदगी जीने के बजाए उस  होने वाले बच्चे के लिए जीने लगता है ! उस व्यक्ति के दिमाग ने अब उस होने वाले बच्चे  के लिए एक अलग सा मोह दिया  है ! वह अब अपनी जिंदगी की मौज मस्ती को छोड़ कर अपने उस होने वाले बच्चे के future के बारे में सोच ने लगा है ! उसे  बहुत ख़ुशी है की वह पिता बनने वाला है और वह सोच रहा है की वह अपने बच्चे के सपने कैसे पुरे करेगा उसको किस स्कूल में पढ़ायेगा उसकी जिंदगी के लिए कौन सी पॉलिसी ठीक रहेगी उसे वह बड़ा होकर क्या बनाएगा जो वह अपनी जिंदगी में खुद हाशिल नहीं कर सका वह  सारी खुशियाँ अपने बच्चे को  देगा और भी बहुत कुछ उसके दिमाग में चलता है जबकि वह अभी तक पिता नहीं बना ! लेकिन जब उसका बच्चा इस दुनिया में आता है तो वह बहुत खुश होता है लेकिन वह किसी को जाहिर नहीं होने देता की वह कितना खुश है !  

पापा की जिम्मेदारियां 

अब वह व्यक्ति कोई आम व्यक्ति नहीं रहा अब वह पिता बन गया है  और उसके ऊपर जिम्मेदारियां बढ़ गयी है, अब वह पापा है और अपने बच्चे की परवरिश कैसे करनी है इस पर ध्यान देने लगा है ,  क्युकी उन्हें कोई पापा कहने वाला आ गया है ! अब पापा काम से शाम को थके हुए घर आते है तो वह अपने बच्चे की झलक देख कर ही मन ही मन खुश हो जाते है और खुद को फ्रेश महसूस करते है ! अब बच्चा बड़ा  होने लगा तो पापा उसके लिए कभी घोडा बनते है कभी उसे गोदी में लेकर बाहर घूमाने ले जाते है पापा बच्चो से प्यार तो बहुत करते है पर बच्चो और परिवार वालो को जाहिर नहीं होने देते ! पापा ही तो  है जो उस बच्चे को ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाते है , गिरने से उसे सँभालते है और चोट लगने पर फटाफट डॉक्टर के पास ले जाते है , बच्चे अगर बीमार हो जाये तो रात भर सोते नहीं है पापा उसे रात भर गोदी में लेकर कभी छत तो कभी गलियों में घूमते है पापा और  सुबह होते ही पापा काम के लिए निकल जाते है ! पापा ही तो है बच्चो की हर जिद को पूरा करते है कभी उसके लिए byceycle  कभी खिलोने कभी उसके स्वाद की मिठाई लाते है पापा, इतना तो वो अपनी पत्नी के लिए नहीं करते है ! 

पापा हमेशा बच्चो के साथ 

पापा ही तो है जिनसे बच्चे डरते है क्युकी पापा ही तो गलती होने पर बच्चो की पिटाई करते है लेकिन उन्हें दुःख होता है पर वो बच्चो को या परिवार वालो को एहसास होने भी नहीं देते है उन्हें भी दुःख हुआ है ! पापा भले ही बच्चो को कितना पीट ले लेकिन उनके सामने अगर बच्चो को कोई हाथ लगाए तो उन्हें बर्दाश्त नहीं होता और वो बच्चो को किसी से पीटने नहीं देते! पापा ही तो बच्चो की पढ़ाई के लिए कर्जा लेते है वो चाहते है की हम तो अच्छे से नहीं पढ़ पाए  कम से कम हमारे बच्चे  तो अच्छे से  पढ़े और अच्छी जिंदगी जिए ! पापा कोशिश करते है की वह हर कदम पर बच्चो के साथ चले उन्हें कभी निराश न होने दे ! पर वही पापा कई बार इन बच्चो को सुविधा का साधन जुटाने के लिए इतने व्यस्त हो जाते है की बच्चे उनके हाथ से निकल जाते है और सब कहते है की इस बच्चे में बिगड़ने की जिम्मेदारी उसके परिवार की है ! फिर भी पापा सबकी बातो को इग्नोर करते है और उस बच्चे को समझाते है की कोई बात नहीं गलती इंसान से होती है क्युकी इंसान गलतिया का पुतला है और वह गलतियों से ही सीखता है , तू भूल जा जो हुआ और आगे अपनी जिंदगी में बढ़ ! पापा ही है  जो दुनिया की  कड़वी बाते सुनते है कभी अपने बॉस से कभी घर वालो से तो कभी बाहर वालो से लेकिन पापा कभी भी हिम्मत नहीं हारते और अपने बच्चो को जीने की अच्छी राह सीखते है !

पापा को अपने बच्चो पर यकीन होता है और वो उन्हें बोलते है की जो करना है वो  तुझे ही करना है  बेटा मै तो बस तुझे सहयोग कर सकता हूँ  तेरी सुविधा की चीजे ला के दे सकता हूँ तेरी मदद  कर सकता हूँ  पर करना तो तुझे है बेटा ! जब कोई बच्चा बाहर से मार खाके आता है तो एक पिता ही उसे बोलता है की तू पिट कर आया है या उसे पीट कर आया है और पापा ही  बच्चो का हौसला बढ़ा कर  कहते है की बता तुझे किसने मारा है !  पापा  हमेशा से ही बच्चो का   साथ देते  है लेकिन बच्चे उन्हें समझ नहीं  पाते ! 

पापा भी परेशान होते है दुखी भी होते है उदास भी होते है लेकिन बच्चो को ज़ाहिर नहीं होते देते ! बच्चो के  ऊपर कोई भी दुःख आये लेकिन पापा हमेशा दीवार बनकर उस दुःख के सामने खड़े मिलते है पापा हर दुःख का सामना ऐसे करते है जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो वो मन ही मन घुट लगे लेकिन किसी को इस बात का एहसास नहीं होने देंगे, क्युकी उनके लिए उनके बच्चे ही तो उनकी जिंदगी है  ! 

हमे इतना कुछ देने के बाद पापा हमसे चाहते किया  है की अब बच्चा बड़ा हो गया अच्छा काम करने लगा अपनी जिंदगी में कामयाब हो गया अब पापा उससे बस अपने लिए थोड़ा सा समय , थोड़ी सी खुशिया  और अपने परिवार के साथ मिलजुल रहे बस यही तो चाहते है पापा अपने बच्चो से बस इतनी ही उम्मीद रखते है ! अगर बच्चे पापा के पास कुछ देर आकर बैठ जाये उनसे थोड़ी बाते करे उसी में वो बहुत खुश हो जाते है और उनके इसी में आधे दुःख खतम हो जाते है !

हमने किसी से जब ये पूछते है की आपकी जिंदगी में आपको किसे देखकर  आदर्श मिलता है कुछ सिखने को मिलता है  तो ज्यादातर कहते है कोई फिल्मस्टार या फिर कोई बिज़नेस मैन बहुत कम कहते है की मेरे पापा ! क्युकी उन्हें लगता है की उनके पापा ने  उनके लिए आखिर किया करा है इतना तो हर किसी  के पापा अपने बच्चो के लिए करते है और वो सब एक समय आने पर अपने पापा को ये सब बोल देते है की अपने हमारे लिए किया करा है ! वो बिचारे मुर्ख है जिन्हे ये नहीं पता की उनके पापा ने अपनी खुशिया त्याग कर बस उनकी खुशियों के बारे  में सोचा है , इतना सब कहने के बाद भी उनके पापा उन्हें माफ़ कर देते है ! उन सबको इस बात का एहसास जब होता है जब उनके बच्चे होते है और वो सब उनके लिए करते है लेकिन इतने बहुत देर  हो चुकी होती है !

पापा हमारे लिए भगवान् है उन्होंने जो हमारे लिए किया है अगर हम उसका  1  % भी उनके लिए करदे तो हमारी जिंदगी सफल हो जाएगी ! मेरे प्यारे दोस्तों थोड़ा सोचो की आपके पापा  ने आपके लिए कितने त्याग किये है !  बस आपको अपने बिजी समय में से उन्हें थोड़ा समय देना है हो सके शाम को उनके साथ बैठो उनके साथ खाना खाओ अपनी दिनचर्या  की बाते करो ! पापा के पास इतना ज्ञान होता है की आप जब भी उनके साथ रहोगे आपको हमेशा कुछ न कुछ सिखने को मिलेगा , पापा से ही तो हमे हमारी संस्कृति , हमारे पूर्वजो ,  देवी देवताओ  का ज्ञान मिलता  किस त्यौहार को कैसे मनाया जाता है उसे मनाने का क्या वजह होती ये सब जवाब उनके पास होते है , पापा ही तो हमे जिंदगी  असली मायने सिखाते है ,  पापा अपने  बच्चो को  हर कदम पर कुछ नया  सिखाया , सीखा रहे ,  और सिखाते रहेंगे , वो हमारे गुरु है , पिता है , और वही हमारे भगवान है !

पापा आपको हमारा salute है , हम दिल से पापा को धन्यवाद देना चाहिए की उन्होंने हमे इतनी अच्छा जिंदगी दी और हमारा हर कदम पर हाथ पकड़ा चाहे हम डगमगाए गिरे लेकिन उन्हें हमे ऊपर उठाया और फिर से चलना और आगे बढ़ना सिखाया ! पापा ये  जिंदगी आपकी दी हुई और और ये जिंदगी आपको ही समर्पित  करता हूँ !

आपका नवी 

Comments

  1. Really very nice lines and true lines for father. . Superb

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  2. Definitely mother can Express her feelings but father always tried to hide his feelings great lines about father keep it up

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  3. Wow.. its really nyc words... superbbbb Amazinggg 👌👌👌

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  4. Bhaut hi badiya likha h gadda bhai... Isi trha likhte raho...❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️Lots of Love

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  5. क्या लिखूँ सर मैं तो आपका कलम का बस दीवाना बन के रह गया 👌👌

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