Featured

क्या भगवान हमें बिन मांगे सब दे देते है - Does God Help Us

Image
क्या भगवान हमें बिन मांगे सब दे देते है  सब कहते है की भगवान् से कुछ मत मांगो वह बिन मांगे ही दे देते है लेकिन भगवान् को ये बताना पड़ता है की हमें क्या चाहिए।  भगवान् सुनते तो सब की है और सबको फल भी देते है किसी को समय से पहले मिल जाता है और किसी अंत में।  लेकिन हम यह बात इसलिए कह रहे है की हमें भगवन  से मांगना क्यों जरुरी है।  हम सब जानते है की हमारे मन में अनेक  इच्छाएं जागरूक रहती है और थोड़ी थोड़ी देर में हमारी इच्छाएं बदल जाती है।  और इन इच्छाओ को काबू कर पाना हमारे हाथ में थोड़ी न है।  क्योकि हमें बनाया ही ऐसा गया है की हम इच्छाएं करते रहते है और समय समय पर वह इच्छाएं बदल भी जाती है।  अब जब भगवान को हम सबको फल देना होगा तो उन्हें यह कैसे पता लगेगा की हमारे मन में कौन सी इच्छा चल रही है।  क्योकि भगवन जानते तो सब है लेकिन वो  भी तो चाहते है  की मेरा भक्त मुझसे कुछ मांगे कही मैंने बिना मांगे दे दिया और उसे  वह अच्छा न लगा तो। और हमारी इच्छाएं ही इतनी है की भगवान भी हमारी इच्छाओ को देख कर भ्रमित हो जाते है। आपने टीवी पर देखा होगा और पुराणों में पढ़ा भी होगा जब ऋषि मुनि सालो साल तप किया कर

माँ मेरा अभिमान है - माँ मेरा स्वाभिमान है

माँ मेरा अभिमान और मेरा स्वाभिमान  




माँ को अपने शब्दों में बयान कर दू मैं वो नहीं 
माँ के रूप को साकार कर दू मैं वो नहीं 
माँ की मैं क्या तारीफ करूँ 
मैं तो उनकी जूती की धूल भी नहीं। 

मेरी खुशियों में जो खुश होती है वो मेरी माँ है 
मेरे दुःख में जो साथ होती है वो मेरी माँ है 
जिसका आशीर्वाद हमेशा साथ रहे वो मेरी माँ है 
और बिन कहे सब समझ जाये वो मेरी माँ है। 


माँ हैं  तो मेरा अभिमान है 
माँ हैं  तो मेरा स्वाभिमान है
माँ हैं  तो मेरा सम्मान है 
 माँ है तो मेरा नाम है। 

माँ ही तो भगवान का रूप है 
माँ ही इस जगत का स्वरूप है 
माँ ही तो जननी का रूप है 
और माँ ही तो सबसे सुन्दर संसार का स्वरूप है।

 माँ की ऊँगली पकड़ कर चलना सीखा 
माँ के आँचल में पलना सीखा 
अब इससे आगे क्या कहुँ मैं 
माँ तुझसे ही तो मैंने जीना सीखा। 

माँ मैं सीधा साधा भोला भाला 
माँ तेरे लिए सबसे अच्छा हूँ 
कितना भी बड़ा हो जाऊ मैं माँ
लेकिन माँ तेरे लिए तो मैं बच्चा हूँ। 

ऐ मेरे मालिक 
तूने गुल को गुलशन में जगह दी 
पानी को दरिया में जगह दी 
पंछियो को आसमान में जगह दी 
तू उस शख्स को जन्नत में जगह देना 
जिसने मुझे 9 महीने पेट में जगह दी। 

मै उम्मीद करता हूँ की आपको माँ के लिए कहे ये कुछ अल्फाज  पसंद आये होंगे, क्योकि माँ के लिए तो जितने अल्फाज लिखे या बोले वो  कम रह जाते है, और आपको भी  ऐसी कविता और कहानी लिखना अच्छा लगता है   और  आप पोस्ट करवाने चाहते हो तो हमे हमारी मेल पर भेजे npccolguy1@gmail.com हम आपकी उस कहानी और कविता को अपने ब्लॉग में लिखेंगे और पोस्ट करेंगे। आपका अपना ब्लॉग www.idealjaat.com

धन्यवाद 

Comments

  1. मां 💓 के लिए जितना लिखो कम ही है..
    मां 💓 है तो हम है!!!

    बहुत बहुत खूबसूरत रचना काबिले तारीफ़..👌👌👌👌👏👏

    ReplyDelete
  2. This was sooo nice:,]❤♥️❤

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

संघर्ष ही जीवन है

प्यार करने वालो की प्यारी सी कहानी - अगर प्यार सच्चा हो तो किस्मत उन्हें मिला ही देती है

छोटी कहानी बड़ी सीख