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SELFISH HUMANS - HOW TO DEAL WITH SELFISH HUMANS ?

SELFISH HUMANS Today we will talk about a selfish person. First, we will understand the definition of selfishness- selfishness can also be called Self-aggrandizement, the person who talks to someone for his/her own benefit or work and w hen his work is finished, he would leave and then remember it when it is a lean work, we call it selfishness in simple language. A selfish person can also harm someone for his work and benefit. By the way, we all derive different meanings of selfishness. For example, if you ever ask anyone in a class or meeting, then everyone will tell you different meanings of selfishness. But all the answers will be somewhat similar as the selfish man does everything for his own benefits. God has kept man's nature separate from animals. A man always walks according to his nature. Just as a man's five fingers are not the same, his desires are unlimited (human desires are unlimited and infinite). Similarly, not every human being has the same nature. Because we

स्वार्थी मनुष्य - क्या हम सब स्वार्थी है

 स्वार्थी मनुष्य  आज हम बात करेंगे स्वार्थी इंसान की।  पहले हम स्वार्थ की परिभाषा को समझेंगे - स्वार्थ को हम खुदगर्ज भी कहते है ,  वह मनुष्य जो अपने फायदे या काम  के लिए किसी से बात करे और जब उसका काम निकल जाये तो वह किनारा कर ले और  फिर दुबारे काम होने पर उसे याद करे उसे हम सरल भाषा में स्वार्थ कहते है। स्वार्थी मनुष्य अपने काम और फायदे के किसी को नुक्सान भी पहुंचा सकता है।  वैसे तो हम सब स्वार्थ का अलग अलग मतलब निकालते है। जैसे आप कभी  एक कक्षा या सभा में किसी से पूछेंगे तो आपको हर कोई स्वार्थ का अलग अलग मतलब बतायेगा।  लेकिन सब जवाब मिलते जुलते ही मिलेंगे क्योकि स्वार्थी मनुष्य अपने फायदे के लिए सब कुछ करता है।  भगवान ने मनुष्य का स्वभाव जानवरो से अलग बना रखा है।  और मनुष्य अपने स्वभाव के हिसाब से ही चलता है।  जिस तरह मनुष्य की पांचो उंगलिया एक जैसी नहीं होती है उनकी इच्छाएं असीमित होती है (मनुष्य की इच्छाएं असीमित और अनंत ) ।  उसी प्रकार हर मनुष्य का स्वभाव एक जैसा नहीं होता है। क्योकि हम मनुष्य ऐसे ही होते है।  एक मनुष्य  कभी खुद में कमी नहीं देखता लेकिन दूसरे में कमी बहुत जल्दी ढ

पति पत्नी के बीच का रिश्ता बहुत ही अनमोल और प्यारा होता है

पति पत्नी के बीच का रिश्ता बहुत ही अनमोल और प्यारा होता है शादी के बाद दो इंसान पति पत्नी के रिश्ते में जुड़ते है और इस रिश्ते के साथ दोनों को एक नया परिवार भी मिलता है। और शादी के बाद पत्नी अपने घर परिवार को छोड़ कर पति के साथ रहने चली जाती है और यही से इनके नए जीवन की शुरुरात होती है।  चाहे प्यार  करके शादी हो या फिर घर वालो  की मर्जी से पर नयी जिंदगी की शुरुआत तो शादी के बंधन में बंधने से ही होती है।  यह सब तो आपको पता ही है चलो अब पति पत्नी के बिच के सहयोग और रहने के तरिके की बात करते है।  शादी के बाद पति पत्नी का जीवन बदल जाता है शादी के बाद दोनों की इच्छाएं बदल जाती है और सोच समझ में बदलाव आ जाता है , क्योकि शादी से पहले दोनों ही अकेले और अपने माता पिता के साथ रहे है और दोनों ने अपनी जिंदगी खुल कर जी है।  लेकिन शादी के बाद अब दोनों को एक दूसरे के पसंद और ना पंसद को ध्यान रखना दोनों को आपस में एक दूसरे की हर बात का पता होना चाहिए और एक  दूसरे से कोई गिले शिकवे नहीं  होने चाहिए।  पत्नी की पति से शिकायते  पति पत्नी का रिश्ता मजबूत के साथ साथ बहुत नाजुक भी होता है , और इस रिश्ते में दो

हँसने के फ़ायदे (Benefit of Smiles)

हंसना एक व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए जरूरी  हँसना  हमारे स्वास्थ्य के लिए  बहुत लाभकारी और जरूरी है ! एक समय था जब इंसान बहुत हस्ते थे वो हमेशा खुलकर ठहाके मारकर हँसते थे क्युकी उस समय इंसान खुलकर जीना जानता था वो एक परिवार के साथ मिलजुलकर रहता था उस परिवार में माँ पापा, दादा दादी, ताऊ ताई , चाचा चाची और सबके बच्चे ! लकिन आजकल इंसान इतना व्यस्त हो गया की वह हँसना ही भूल  गया कुछ तो काम  के लिए दूसरे देश या फिर दूसरे राज्य में जा रहे उन्हें परिवार का मतलब ही नहीं पता और जो परिवार के साथ रहते है वो उन्हें समय ही नहीं देते क्युकी वह खुद में इतने उलझे रहते है कि वे सभी  हँसना  और परिवार सब कुछ भूल चुके है उन्हें तो ये भी नहीं पता की  आखिरी समय परिवार के साथ कब मस्ती की थी !  आज कल इंसान इतना व्यस्त और तनावपूर्ण जिंदगी जी रहा है कि उसकी हंसी कही गायब सी हो गयी है ! आज हमे हँसने के लिए भी बहाने ढूंढने पड़ते है लकिन हँसना तो हमारी जिंदगी का एक हिस्सा है हमने देखा की हंसने के लिए हम सब comedy show या कॉमेडी मूवी देखते है क्युकी हम ये  इसलिए देखते कि  हमारा मूड और माइंड ठीक  हो सके हम इतने व

BOOKS- OUR BEST COMPANION

Books - our best companion Books are one of the most important things in one's life. It is essential for gaining knowledge. There are different types of books such as novels, short stories, comics, science fiction, mats books and many more. Every book is a source of some type of knowledge. Apparently, the practice of reading books creates cognitive engagement that improves lots of things, including vocabulary, thinking skills, and concentration. It also can affect empathy, social perception, and emotional intelligence, the sum of which helps people stay on the planet longer. Books can open one's mind to fascinating worlds. When we read fictions or novels it improves our imagination and creates understanding. Narrators offer unique opportunity to engage the capacity of mind. As we identify with the characters' longings and frustrations at their hidden motives and track their encounters with friends and enemies, neighbours and lovers. That's because when we are

Makeup need in Human Life (मेकअप के बिना अधूरा इंसान )

मेकअप का आम इंसान की जिंदगी में महत्व  मेकअप की महत्वता आज के समय में बहुत हो गयी है, इसमें पुरुष हो या महिलाये सबको मेकअप  के बिना अधूरा लगता है, या हम ये कह सकते है कि मेकअप के बिना हर किसी की ज़िंदगी अधूरी है।  मेकअप चेहरे की सुंदरता को निखारने  लिए एक अच्छा तरीका है, और  मेकअप को लेकर सभी के अलग अलग मत भी है।   कोई इसे सजने सवरने का साधन समझता है,  कोई इसे  पैसे की बर्बादी समझता है, तो  कुछ लोग इसे अपनी ज़िंदगी का हिस्सा समझते है।  उन्हें लगता है की मेकअप के बिना वो अधूरे है, हम किसी  की सोच में बदलाव नहीं कर सकते किन्तु आधुनिक युग में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान बनता जा रहा है।  संघर्ष ही जीवन का उद्देश्य है पढ़े कविता  अब आपकी क़ाबलियत के साथ  आपकी पर्सनॅलिटी भी बहुत मत्वपूर्ण  है और पर्सनॅलिटी के लिये  हमे अच्छा दिखने पर भी ध्यान देना होता है और पर्सनॅलिटी हमारे व्यक्तित्व का  एक भाग है।  मेकअप से हर व्यक्ति सुन्दर बन जाता है और थोड़े से मेकअप प्रोडक्ट्स की मदद से व्यक्ति की सुंदरता में और निखार आ जाता है। मेकअप करने से  न सिर्फ हम आकर्षित दिखते बल्कि इससे हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ ज