परिवार का परिचय परिवार क्या होता है, परिवार कैसे बनता है, ये हम सब जानते है फिर भी अगर सरल शब्दों में समझे तो एक छत के नीचे रहने वाला व्यक्तियों का समूह जो आपस में अनुवांशिक गुणों को संचरित करते हैं परिवार के संज्ञा के अंतर्गत आते हैं ! इसके अलावा विवाह पश्चात या किसी बच्चे को गोद लेने पर वे परिवार का सदस्य हो जाते हैं। समाज में पहचान परिवार के माध्यम से मिलती है इसलिए हर मायने में व्यक्ति के लिए उसका परिवार सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ! हर समाज के अपने अलग अलग नियम और परम्पराये होती है लेकिन हर समाज की मौलिक , प्राथमिक और जरूरी इकाई परिवार ही होता है ! बिना परिवार के समाज की कल्पना करना एक सपना जैसे होता है ! आप इस में अपने परिवार की यादो को कैद करे , आज ही परिवार के प्रकार हम सभी जानते है की परिवार दो प्रकार के होते है पहला मूल परिवार और दूसरा सयुक्त परिवार ! मूल परिवार - मूल परिवार देखा जाये तो पश्चिमी सभ्यता की देन है, जिसमे पति पत्नी अपने माता पिता से अलग रहते है और उसमे उनके होने वाले बच्चे सम्मिलित हो जाते है , और आज विश्वभर में मूल परिवार का चलन चल रहा है ! सयुंक्त
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