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Happy Diwali - 2021(रंगोली)

  दीपावली की शुभकामनाएं आप सभी को दीपावली की शुभकामनाएं ये दीवाली के पावन अवसर पर मैंने रंगोली बनाई है। आशा करता हूँ कि आप सभी की दीपावली बहुत अच्छी रही हो। आप सभी को मेरी ओर आपके अपने ब्लॉग www.idealjaat.com की तरफ से दीपावली , भाईदूज, गोवर्द्धन महाराज ओर छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं। धन्यवाद आपका नवी 

Rooted - boy and discrimination Girl(अंतर् - लड़का और लड़की में भेदभाव )

अंतर् - लड़का और लड़की में भेदभाव  एक छोटा  परिवार शहर में रहता था।  घर का मुखिया अमित एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर की पोस्ट पर था और उनकी पत्नी  सीमा हाउस वाइफ थी।  उनके दो बच्चे राहुल और रानी थी।  दोनों बच्चो में एक साल का अंतर था।अमित के माता पिता गाँव में रहते थे। एक दिन अमित के माता पिता गांव से शहर बच्चो से मिलने आये।   जिद्दी बच्चे  की कहानी - एक माता पिता अपने ज़िद्दी बच्चे को कैसे सुधारे  अमित उन्हें लेने रेलवे स्टेशन पर गया और आधे घंटे बाद उनकी रेल आ गयी अमित ने उनका  समान लिया और उन्हें गाड़ी में बिठा घर की तरफ चल दिया। गाड़ी में बैठते ही अमित के माता पिता ने कहा की हमारा पोता कैसा है।  अमित ने कहा की आप घर ही चल रहे हो मिल लेना।  और फिर अमित ने कहा की आपको रेल में कोई परेशानी तो नहीं हुई। अमित के माँ ने कहा की नहीं हम तो आराम से आये है और तेरे लिए और पोते के लिए अचार भी लाये है, पर तेरे पिता जी रस्ते में सोये ही नहीं उन्हें डर था की कोई समान चुरा न ले जाए और ये कह कर अमित और उसकी माता हंसने लगी।  अमित के पिता ने कहा की तुम दोनों मिलते ही मेरी खिचाई करने लग जाते हो।  और पूछा की म

जिद्दी बच्चे की कहानी - how to explain to a stubborn child

एक जिद्दी बच्चे को कैसे समझाये और सुधारे  एक छोटा ज़िद्दी बच्चा था जिसका नाम राहुल था।  उसे बाहर का खाना खाने की आदत थी जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर, चिप्स, पेटीज , कोल्ड्रिंग इत्यादि।  उसके माता और पिता इस बात से बहुत परेशान थे।  उन्होंने उसे समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन राहुल उनकी बात नहीं सुनता था और ज़िद करता या फिर रोने लग जाता था। एक दिन राहुल स्कूल से आया और मम्मी को घर आकर बोला की मम्मी बहुत तेज भूक लगी है कुछ खाने को दे दो।  Click here for Amazon Prime Video मम्मी: ने कहा की ठीक है बेटा मैं पोहा बना देती हूँ।  राहुल : नहीं मुझे पोहा नहीं खाना मुझे बर्गर और कोल्ड्रिंग चाहिए।  मम्मी : घर में फल रखे है वो खा ले , केले और सेब है  राहुल : नहीं मुझे तो कोल्ड्रिंग और मेग्गी या बर्गर  चाहिए।  मम्मी : उसकी ज़िद के आगे झुक गयी और कहा ठीक है कोल्ड्रिंग लिया मैं मैग्गी बना देती हूँ।  राहुल : बहुत खुश हुआ और कोल्ड्रिंग ले आया और उसने मेग्गी और कोल्ड्रिंग लिया।  उस दिन रात को राहुल की मम्मी ने पराठा और पनीर की  सब्जी बनाई। राहुल के पापा और मम्मी खाने के लिए साथ आकर बैठे।   राहुल :  मुझे भूख नहीं है आप

Conflict (Struggle) is the purpose of life - संघर्ष ही जीवन का उद्देश्य है

 संघर्ष ही जीवन का उद्देश्य है  जीवन जीना किसे आता है  संघर्ष ही जीना सिखाता है @@@@-----$-----@@@@  इस भीड़ वाली दुनिया में कुछ समझ नहीं आता है  सब धुंधला सा नज़र आता है  इंसान जीवन से भटक जाता है  फिर संघर्ष ही जीना सिखाता है  @@@@-----$-----@@@@ जीवन का दूसरा नाम ही संघर्ष है  संघर्ष के बिना जीवन अधूरा है  जीवन में जब भी इंसान खुद को कमजोर समझता है  उसके जीवन में संघर्ष का समय जरुर आता है  और यही संघर्ष उसे जीना सिखाता है  @@@@-----$-----@@@@ हर रात के बाद नयी सुबह आती है  सूरज की किरणे जिंदगी में नयी आस लाती है  नयी आस के साथ ही नयी कहानी लिखी जाती है  संघर्ष ही तो जीवन का मतलब समझाती है @@@@-----$-----@@@@   इस संघर्ष के सफर में कितने आये और कितने गए  कई किस्से पुरे हुए तो कई अधूरे रह गए  पर जिस जिसने संघर्ष किया  उनके नाम सभी के जुबान पर रह गए।  @@@@-----$-----@@@@ FATHER SAAHB - पिता के बहुत खूबसूरत अल्फाज अपने बच्चे के लिए poem poetry (कविताएं) stories कहानिया   संघर्ष ही जीवन है  मनुष्य में मानवता और इंसानिया  पति पत्नी के बीच का रिश्ता बहुत ही अनमोल और प्यारा होता है   .IN

Father Saahb - पिता के बहुत खूबसूरत अल्फाज अपने बच्चे के लिए

पिता के बहुत खूबसूरत अल्फाज अपने बच्चे के लिए       मेरे कंधे पर बैठा मेरा बेटा  जब मेरे कंधे पर खड़ा हो गया  मुझसे ही कहने लगा  देखो पापा मैं तुमसे बड़ा हो गया   मैंने कहा बेटा इस गलतफ़हमी में भले ही जगड़े रहना  मगर मेरा हाथ पकडे रहना  जिस दिन यह हाथ छूट जायेगा  बेटा तेरा रंगीन सपना भी टूट जायेगा  दुनिया वास्तव में उतनी हसीन नहीं है  देख तेरे पांव तले अभी जमीन नहीं है  मैं तो बाप हूँ बेटा बहुत खुश हो जाऊंगा  जिस दिन तू वास्तव में बड़ा हो जायेगा  मगर बेटे कंधे पर नहीं  जब तू जमीन पर खड़ा हो जायेगा  ये बाप तुझे सब कुछ अपना दे जायेगा  और तेरे कंधे पर इस दुनिया से चला जायेगा  read now 👉 Humanity is Important in Humans Allergy in the Corona Period  Selfish Humans and Selfish World Feticide is a Sin Poetry and Poem Stories  आपको यह कविता 'पिता के खूबसूरत अल्फाज अपने बच्चे के लिए ' पसंद आयी है तो इसे कमेंट और शेयर जरूर करे।  एक पिता अपने बच्चे को हर तरह से खुश रखना चाहता है और उसकी हर ख्वाइश पूरी करता है।  यह हम सब जानते है।  हमे अपने पापा के लिए वह सब कुछ करना चाहिए जो हमसे हो सके।   अ

मनुष्य में मानवता व इंसानियत (Humanity is important in humans)

मानवता व  इंसानियत से बढ़कर कुछ नहीं  अवश्य पढें आपकी आँखें छलक जायेंगी   मानवता व इंसानियत किसी की बपौती नहीं है।  वासु भाई और वीणा बेन गुजरात के एक शहर में रहते हैं। आज दोनों यात्रा की तैयारी कर रहे थे। 3 दिन का अवकाश था वे पेशे से चिकित्सक (Doctor) थे ।लंबा अवकाश नहीं ले सकते थे ।परंतु जब भी दो-तीन दिन का अवकाश मिलता ,छोटी यात्रा पर कहीं चले जाते हैं। आज उनका इंदौर - उज्जैन जाने का विचार था। दोनों साथ-साथ मेडिकल कॉलेज में पढ़ते थे, वहीं पर प्रेम अंकुरित हुआ ,और बढ़ते - बढ़ते वृक्ष बना। दोनों ने परिवार की स्वीकृति से विवाह किया। दो (2) साल हो गए ,संतान कोई थी नहीं, इसलिए जब भी मौका मिलता यात्रा का आनंद लेते रहते थे। विवाह के बाद दोनों ने अपना निजी अस्पताल खोलने का फैसला किया, बैंक से लोन लिया। वीणा  बेन स्त्री रोग विशेषज्ञ और वासु भाई डाक्टर आफ मेडिसिन थे। इसलिए दोनों की कुशलता के कारण अस्पताल अच्छा चल निकला था। Read full article 👇 Allergy in Corona period आज दोनों ने इंदौर जाने का कार्यक्रम बनाया था। जब  मेडिकल कॉलेज में पढ़ते थे वासु भाई ने  इंदौर के बारे में बहुत सुना था। दोनों  ख

बेटी को बचाओ देश को बढ़ाओ - भूर्णहत्या पाप है (feticide is a sin)

बेटी को बचाओ देश को बढ़ाओ  - भूर्णहत्या पाप है  भाग -1  यह छोटी से कहानी हमारे सामाजिक तत्वों पर आधारित है।  किस प्रकार हमारा समाज किसी कन्या को जन्म लेने से पहले उनकी हत्या करवा देता है दूसरे शब्दों में कहे तो भूर्णहत्या। हमारे समाज और देश ने विकास  तो कर लिया है लेकिन अभी तक पुराने विचारो से बाहर नहीं निकल पाए।  हम कह तो देते है की लड़की और लड़का एक समान है लेकिन फिर भी उस लड़की को इस दुनिया में आने ही नहीं दिया जाता।  आज भी कई स्थान ऐसे है जहां कन्या को जन्म ही नहीं लेने दिया जाता है।   यह कहानी है एक गांव में रहने वाले रूढ़िवादी परिवार की और उसमे रह रहे सदस्यों के विचारो की।  उस परिवार की उस गाँव में बहुत इज्जत थी और अच्छे पैसे वाले भी थे।  उनके एक बेटा (रमेश) और बेटी (सीमा) थी , बेटा रमेश बड़ा था और वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने पिता के साथ उनकी फैक्टरी में उनका साथ देने लगा।  रमेश की उम्र शादी करने की हो गयी थी।  और अब उनके परिवार वाले रमेश की शादी के लिए लड़की देखने लगे।  धीरे धीरे एक साल बीत गया और रमेश के दूर शहर की लड़की पसंद आ गयी।  परिवार वालो ने रमेश की शादी कर दी धूम धाम से।

Allergy in the Corona period

Allergy in the Corona period Hi Friends, Today we will talk about the symptoms of allergies and the symptoms that we see, nowadays every other person is troubled by this disease, and it is directly related to the environment around us !! In this inaccessible time of corona, we are falling prey to allergies, and then slowly we are vulnerable to corona. And the first thing we need to do to fight corona is to protect ourselves from this allergy. If we all have paid attention then the root cause of all our diseases is to have weakened our immunity system, every doctor and speculator has always said that those who are prone to allergies and corona have their immune system due to weakening, so our immune system has to be strengthened to fight against all diseases. What is an allergy? An allergy is a type of skin reaction, which usually gives its reaction against substances like a particular food, clothing or drugs etc. Allergic substances are allergens, which are made from objects outside th