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माँ मेरा अभिमान है - माँ मेरा स्वाभिमान है

मेरा गांव है शहर से निराला - गांव की सभ्यता

गरीबी - एक तस्वीर में बयाँ होती हुई - गरीबी की मज़बूरी

थोड़ी ख़ुशी थोड़ा गम - ख़ुशी और गम का सफर

नौकरी करने वालो का जिंदगी का सफर - जब नौकरी मिलेगी तो क्या होगा बॉस की जी हुज़ूरी होगी (जिंदगी की बस यही रखो चाहत बॉस होना चाहिए मस्त)

दिल की डोर - दिल का रिश्ता (प्यार, इश्क़ और मोहब्बत)

2021 नया साल सबके लिए हो कुछ खास - नए साल पर कविता (इस साल कुछ खा सकरके दिखाते है इस दुनिया को नया इतिहास रच कर दिखाते है)

इश्क है तो जाहिर कर , इश्क़ के मीठे बोल, इश्क़

स्कूल के बाद की जिंदगी का फलसफा, स्कूल का दौर था यारो की महफ़िल थी वो भी क्या दौर था ,

स्कूल की मस्ती, यारो की महफ़िल, वो भी क्या दौर था